hindi kahani Fundamentals Explained
hindi kahani Fundamentals Explained
Blog Article
hindi kahani
चूहे ने झट से इसे अपने बिल में खीचकर अंदर तक ले गया. पैरो से बिल के बाहर धुल उछालते हुए कहने लगा- सोने के बदले धुल ले ले, सोने के बदले धुल ले ले.
घने और लम्बे बाल भुजाओं पर बिखर गये.उस नवयुवक की पत्नी बोली- स्वामी ये आपकी बेटी हैं, आपके चले जाने के बाद दुनिया की नजरो से बचाने के लिए मैंने इसका एक बेटे की तरह पालन-पोषण किया.
शिक्षा : बड़ा बनने के लिए अपने से आगे वाले की टांग खीचने की बजाय उनसे अधिक मेहनत कर आगे बढ़ो.
इस तरह बुजुर्ग ने हमारी समस्या हल कर दी.
एक स्थान पर उसे कुआ दिखाई दिया, उसे देखकर मन में एक विचार आया,
यह नही सोचता कि इनमें से कुछ भी मनुष्य का अपना नही हैं.
ऐसा करने से जो हो चुका हैं वह अपने आप ठीक नही होने वाला हैं.
यह सोच उनका गुस्सा कई गुना बढ़ गया. उसने झट से तलवार उठाई और दोनों को मौत के घाट उतारने ही वाला था.
में तो किसी तरह से उससे जान छुड़ाकर आपके पास आया हु, महाराज !
तभी एक बुड्ढा वहा आया और बोला – क्या बात हैं, क्यों झगड़ रहे हो.
दोनों संदीपन गुरु के आश्रम में पढ़ते थे. दोनों में प्रगाढ़ मित्रता थी. एक बार गुरुमाता ने उनको वन से लकड़ी लाने भेजा.
थोड़ी देर बाद उसे लगा कि उसके सिर पर कोई हाथ फेर रहा हैं. जब उमा ने नजर उठाकर देखा तो सामने उसकी माँ थी वह समझाते हुई बोली, बेटा कोई भी काम बिगाड़ना आसान है मगर उसे बनाना बहुत कठिन हैं.
लड़का शांत स्वर में कहने लगा- सेठजी कोई बात नही, बस यूँ ही कर रहा था.